औद्योगिक जमीन के प्रोजेक्ट को मिलता है प्रिफरेंस

इंदौर. इन्दौर ब्रांच की सी.ए. ब्रांच द्वारा शनिवार को बैंक फाइनेंस पर एक सेमीनार का आयोजन किया गया. इसमें सिडबी से लक्ष्मी नारायण, डी.जी.एम., यूनियन बैंक से, सीए. राजेश वापट, ए.जी.एम. सरल इन्दौर एवं चेयरमेन ऑफ़ सेसन सीए. मनोज पी. गुप्ता मौजूद थे.
श्री लक्ष्मीनारायण ने बताया कि किसी भी प्रोजेक्ट फाइनेंस के लिये कस्टमर का सिविल स्कोर उसके प्रोजेक्ट का स्थान, लेवर, पानी, विजली आदि चीजे महत्वपूर्ण रहती है यदि वह प्रोजेक्ट औद्योगिक जमीन पर लगाता है तो उसे प्रिफरेंस दिया जाता है. उन्होंने बताया कि यदि किसी कम्पनी की एक से ज्यादा ईकाई है तो उसका एम.एस.एम.ई. स्टेटस प्रति ईकाई देखा जायेगा न कि कंपनी वाईज.
सीए. राजेश वापट जी ने बताया कि जी.एस.टी. के आने के बाद यूनियन बैंक पहला रास्ट्रीय बैंक है जिसने जी.एस.टी. रिटर्न पर व्यापारियों को टर्नओवर के 30  प्रतिशत तक़ ऋण प्रदान किया उन्होने यह भी बताया कि बढे व्यापारियों को बाहरी क्रेंटिड रेंटिंग पर महत्वपूर्ण ध्यान देने चाहिये यदि आपकी रेटिंग त्रिपल बी से नीचे है तो आपका लोन होना मुश्किल  है और बैंक को आपके लोन पर 150 पर प्रतिशत प्रोवीजन करना पड़ता है.
सीए. मनोज पी गुप्ता जी ने बताया कि यदि किसी ने हाउसिंग लोन ले रखा है और प्लाट पर मकान का निर्माण नहीं किया है तो बैंक आपका हाउसिंग लोन कमर्शियल लोन में परिवर्तित कर सकती है अत: आपसे डिफरेंस का पैसा रिकवर कर सकती है. कार्यक्रम का संचालन ब्रांच के सचिव सीए. हर्प फिरोदा  ने किया कार्यक्रम में कई वरिप्ठ चार्टर्ड अकाउन्टेन्ट जैसे सीए. पूरन जी छाजेड़, सीए. राजीव सक्सेना आदि मौजूद थें.

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